संतोष कुमार चतुर्वेदी लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
संतोष कुमार चतुर्वेदी लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

शुक्रवार, 11 मार्च 2022

माँ का घर - संतोष कुमार चतुर्वेदी

मैं नहीं जानता अपनी माँ की माँ का नाम
बहुत दिनों बाद जान पाया मैं यह राज
कि जिस घर में हम रहते हैं
वह दरअसल ससुराल है माँ की
जिसे अब वह अपना घर मानती है
फिर माँ का अपना घर कहाँ है
खोजबीन करने पर यह पता चला
कि मामा के जिस घर में
गर्मियों की छुटि्‌टयों में
करते रहते थे हम धमाचौकड़ी
वही माँ का घर हुआ करता था कभी
जहाँ और लड़कियों की तरह ही वह भी
अपने बचपन में सहज ही खेलती थी कितकित
और गिटि्‌टयों का खेल
जिस घर में रहते हुए ही
अक्षरों और शब्‍दों से परिचित हुई थी वह पहले-पहल
वही घर अब उसकी नैहर में
तब्‍दील हो चुका है अब